पासवर्ड
मैं पासवर्ड हूँ
अजब अनोखा
मैं हैक होना चाहता हूँ
हैंग होना चाहता हू
खो जाना चाहता हूँ
भुला देना चाहता हूँ अपने आपको
एक बार आजमा कर तो देखो
हां मैं तुम्हारा और केवल तुम्हारा
पासवर्ड हूँ.
और फिर
पिछले कुछ दिनों से
बस एक ही मैसेज
बार बार देखती हूँ
आपका अकाउंट किसी ने खोला था
क्या वो आप थीं ?
जोर डालती हूँ
दिमाग पर.
याद आने लगता है
सब कुछ.
स्पैम में चले जाते हैं
मुझे उलझन में
डालने वाले सपने
चुपचाप बिना कुछ कहे.
डिलीट होने लगे हैं.
बुरे सपने
अपने आप ही.
मैमोरी फुल सी होने लगी है
अच्छे और सुखदाई सपनों की
पर बिना कुछ भी किये
ये सब कैसे...
साफ़ समझ आने लगा है...
हैक हो गया है
"मेरे सपनों का पासवर्ड"
कहीं वो हैकर
"तुम" तो नहीं .....
हैक हो गया है
जवाब देंहटाएं"मेरे सपनों का पासवर्ड"
कहीं वो हैकर
"तुम" तो नहीं ....
बहुत खूब...
हैक होना भी सुखदायी हो सकता है।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब।
वाह क्या लिखा...
जवाब देंहटाएंअब हैक होने से कौन डरेगाः)
हैकिंग का ये रूप मन की सुहाने वाला है..... सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर और बेहतरीन अभिव्यक्ति,आभार.
जवाब देंहटाएंसपनों का पासवर्ड" कहीं वो हैकर "तुम" तो नहीं
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भावों की अभिव्यक्ति,,,,
RECENT POST: होली की हुडदंग ( भाग -२ )
मेरे सपनों का पासवर्ड"
जवाब देंहटाएंकहीं वो हैकर
"तुम" तो नहीं ....
बहुत खूब...
पासवर्ड से सुरक्षित तो हो जायेंगे, भावनायें भी नहीं आयेंगी तब।
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंकल दिनांक 01/04/2013 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है .
धन्यवाद!
नये युग में .नई सोच ,और नई रचना के साथ
जवाब देंहटाएंनया रिश्ता ...
मुबारक हो !
हैक हो गया है
जवाब देंहटाएं"मेरे सपनों का पासवर्ड"
कहीं वो हैकर
"तुम" तो नहीं ....वाह बहुत सुन्दर भाव
पासवर्ड के माध्यम से मन की भावनाओं की खूबसूरत अभिव्यक्ति. शानदार...
जवाब देंहटाएंवाह-वाह ,क्या हाईटेक कविता है रचना जी .....
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया....
साभार......
बेहतरीन ...
जवाब देंहटाएंअच्छी संवेदनशील कविता ,नए शब्द चयन बधाई
जवाब देंहटाएंजबरदस्त ... प्रयोगात्मक रचना ...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन बिम्ब सजाये हैं पासवर्ड के इर्द-गिर्द ...
मेरे सपनों का पासवर्ड"
जवाब देंहटाएंकहीं वो हैकर
"तुम" तो नहीं ....
बहुत खूब......ग़ज़ब की कविता ... कोई बार सोचता हूँ इतना अच्छा कैसे लिखा जाता है
पासवर्ड को लेकर कविता..अभिनव प्रयोग, बधाई!
जवाब देंहटाएंनया बिंब ... बेहतरीन अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंआभार
क्या बात है...जज्बातों को बड़े ही सुंदर ढ़ंग से कंप्युटरीकरण कर दिया है आपने....
जवाब देंहटाएंसबकी अपनी व्यथा ..पासवर्ड के माध्यम से बहुत बढ़िया सार्थक रचना...
जवाब देंहटाएंनिराला अंदाज बहुत भाया..
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर ।
जवाब देंहटाएंइस हैकिंग का अपना ही मज़ा है :):) सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंक्या बात कही आपने हैकिंग का अपना मज़ा और हैक होने का .....
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