अहसास
मेरे बालों में रह रह के,
महकता बादल.
मेरे होंठों पे,बसने को,
मचलता बादल.
मेरे बाजुओं में आकर के,
पिघलता बादल.
मेरी पाजेब से मिलकर के,
फिसलता बादल.
ये बादल नहीं,
स्पर्ष है किसी का.
जो तन मन भिगोये,
ये प्यार है उसी का.
मेरी सांसों में आकर के,
सुलगता ये बादल.
मेरी आँखों से जब तब,
छलकता ये बादल.
मेरी धडकनों में रह-रह के,
धधकता ये बादल
जिगरे नासूर से रह-रह के,
रिसता ये बादल.
ये बादल नहीं
अवसाद है किसी का.
जो मन को भिगोये,
ये अहसास है उसी का.
अपनी हालत का खुद अहसास नही हमको,
जवाब देंहटाएंमैंने औरों से सुना है कि परेशान हूँ मै,,,
RECENT POST: पिता.
दर्द दिल का...
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया रचना
जवाब देंहटाएंआदरेया |
आभार आपका -
मन की पीड़ा से भीगता जीवन
जवाब देंहटाएंदर्द में निकलती आह पर बस वाह वाह कहने का जी करता है।
जवाब देंहटाएंबसंत में सांसों को रुलाता है
निरीह है पागल है ये बादल।
बहुत खूबसूरत से अल्फाजों से सजी, सुन्दर सी कविता. मुझे अच्छा लगा पढकर.
जवाब देंहटाएंनीरज'नीर'
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर एहसासात सजाये है यह रचना .अवसाद शब्द डिप्रेशन के लिए प्रयुक्त /रूढ़ हो चुका है -विषाद ज्यादा समीचीन रहेगा ,भाव को ख्नादित किए बिना -
ये बादल नहीं
अवसाद है किसी का.
जो मन को भिगोये,
ये अहसास है उसी का.
दिलों को करता
जवाब देंहटाएंये घायल बादल .....
शुभकामनायें!
कोमल सा अहसास लिए बहुत ही सुन्दर
जवाब देंहटाएंहृदयस्पर्शी रचना...
लाजवाब....
:-)
कोमल सा अहसास लिए बहुत ही सुन्दर
जवाब देंहटाएंहृदयस्पर्शी रचना...
लाजवाब....
:-)
बहुत बढ़िया रचना
जवाब देंहटाएंखुद अपने अहसास को कुछ इसा तरह कहा आपने कि उसके फेर में हम भी वही अहसास करने लगे.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर अभिव्यक्ति.
कभी किसी का स्पर्श भिगोता है कभी अवसाद भी ले आता है ... ये समय का बदलाव नहीं तो क्या है ...
जवाब देंहटाएंगहरा एहसास लिए ...
घनीभूत यह किन भावों का बादल है..
जवाब देंहटाएंbahut hi behtreen
जवाब देंहटाएंकोमलता से ओतप्रोत...अहसासों का बादल...~बहुत खूबसूरत!
जवाब देंहटाएं~सादर!!!
very touching......
जवाब देंहटाएंप्रेम का महीन अहसास -बहुत सुंदर ----बधाई
जवाब देंहटाएंsunder rachna
जवाब देंहटाएंshubhkamnayen
भावमय करते शब्द ... आभार
जवाब देंहटाएंचारों तरफ कितने ही बादल...
जवाब देंहटाएंये बादल नहीं
जवाब देंहटाएंअवसाद है किसी का.
जो मन को भिगोये,
ये अहसास है उसी का.
अद्धभुत अनुभूति की
उम्दा अभिव्यक्ति ..... !!
"जो मन को भिगोये,
जवाब देंहटाएंये अहसास है उसी का"
बहुत सुन्दर रचना ...
जवाब देंहटाएंशुक्रिया रचना मेरी कविता को पसंद करने के लिए
जवाब देंहटाएंआपकी ये नज़्म पढ़ी . बहुत सुन्दर लिखा है .. बधाई स्वीकार करिए
प्रेम के कई शेड्स है इसमें. शब्द भावपूर्ण है .
विजय
www.poemsofvijay.blogspot.in
उम्दा, बेहतरीन अभिव्यक्ति...बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंसुंदर भावपूर्ण कविता ...
जवाब देंहटाएंbahut khoob Rachana Ji, behatareen prastuti
जवाब देंहटाएंबादल - दर्द भी बनता दवा भी... सुन्दर अभिव्यक्ति, बधाई.
जवाब देंहटाएंबादल नहीं ये आवरगी है मेरी ,
जवाब देंहटाएंमेघ दूत है मेरा ,
बहुत अच्छी रचना, बधाई.
जवाब देंहटाएंनीरज 'नीर'
KAVYA SUDHA (काव्य सुधा)