अच्छे दिन
खुश हूँ अच्छे दिन आए हैं
सदियों से झुग्गी बस्तियों में बसने वाले
सडान बदबू में रहने वाले
नाले नालिओं में पनपने वाले
अब नहीं रहते हैं वहां.
बदल गया है बसेरा
आयें है अच्छे दिन
रहते हैं साफ़ सुथरी हवा में
अति विशिष्ट व्यक्तियों के घरों में
दीदार करते हैं
अभिनेता अभिनेत्रियों का
छू पाते है उनका शरीर
उठना बैठना है
उच्चवर्गीय समाज में
अच्छे दिन आए हैं
सफर तय हो चला है
मच्छरों का
मलेरिया से डेंगू तक.