माँ
(एक बाल कविता)
(एक बाल कविता)
मेरी माँ जैसी कोई माँ हो,
ऐसा कभी हुआ न होगा।
स्नो व्हाइट सिन्ड्रेला सी,
शांत सौम्य और सुन्दरता में,
उसका जैसा हुआ न होगा।
रात अँधेरी सुबह सवेरे,
जब भी देखो जब भी मांगो
उसका प्यार बरसता होगा।
मेरी माँ जैसी कोई माँ हो,
ऐसा कभी हुआ न होगा।
दुर्गा काली सी गरिमा और,
सरस्वती सा ज्ञान लिये,
कहीं कोई भी हुआ न होगा।
सोते -जगते आते -जाते ,
अपनी बिटिया से मिलने को,
सपना एक तरसता होगा।
मेरी माँ जैसी कोई माँ हो,
ऐसा कभी हुआ न होगा।
सबकी माँ बेटी या बेटो के लिए एक जैसी होती है,ये बात अलग है कि बेटे और बेटी के नजर में अपनी माँ के लिए कितना सम्मान है,,
जवाब देंहटाएंबहुत बेहतरीन सुंदर रचना !!!
RECENT POST: जुल्म
सही कहा। माँ जैसा तो कोई हो ही नहीं सकता।
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें।
मासूमियत का अहसास लिए सुन्दर रचना..
जवाब देंहटाएं:-)
bahut sundar...maa jaisa koi nahi
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर.
जवाब देंहटाएंसुन्दर
जवाब देंहटाएंहर बच्चे के लिए अपनी माँ सबसे प्यारी और माँ के लिए उसका बच्चा सबसे प्रिय....
जवाब देंहटाएंसहज भाव है...
सादर
अनु
मेरी माँ जैसी कोई माँ हो, ऐसा कभी हुआ न होगा।
जवाब देंहटाएंऔर होगा भी नहीं
दिल को छू गए
सादर !!
माँ सबसे प्यारी होती है..सुन्दर रचना..
जवाब देंहटाएंसब कुछ समेटे है 'माँ'का शब्द अपने अन्दर......
जवाब देंहटाएंमेरे हिस्से में तो 'माँ' का शब्द ही आया !
आभार !
माँ एक ऐसा शब्द है तो हर किसी के दिल के करीब होता है ... ओर उसके जैसी माँ तो दुनिया में कोई हो ही नहीं सकती है ...
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें ...
माँ के प्रति सम्मान और आदर दिखाना हमारा कर्तव्य है,माँ का स्थान कोई नहीं ले सकता.
जवाब देंहटाएंअपनी बिटिया से मिलने को
जवाब देंहटाएंसपना एक तरसता होगा !
आप यकीनन खुशनसीब हैं , यकीनन माँ से अच्छा कोई नहीं हो सकता !
अपनी बिटिया से मिलने को
जवाब देंहटाएंसपना एक तरसता होगा !
आप यकीनन खुशनसीब हैं , यकीनन माँ से अच्छा कोई नहीं हो सकता !
जवाब देंहटाएंमाँ के प्रति श्रृद्धा लिए एक भावपूर्ण रागात्मक बिम्बात्मक प्रस्तुति रूपक तत्व लिए .
माँ पर रचना में कुछ लिखना
बहुत भावुक क्षण होता है
आपने अपनी कविता में यह जिया है---
मर्म को छूती हुई
सुंदर /बधाई
janani ke samaan koyee nhin hota.
जवाब देंहटाएंmarmik anubhooti se sneh poorn rchna.
माँ से बढ़कर क्या .....मर्मस्पर्शी रचना
जवाब देंहटाएंबहुत बेहतरीन सुंदर रचना !
जवाब देंहटाएंमाँ जैसा तो कोई हो ही नहीं सकता।
सुन्दर प्रस्तुति आदरेया-
जवाब देंहटाएंDUNIYA MEN MAA JAISI KOI NAHI
जवाब देंहटाएंLATEST POSTसपना और तुम
माँ शब्द ही संसार की सबसे सुंदर रचना है और माँ पर रची आपकी सुंदर रचना कोमल भावनाओं की प्रस्तुति है ।
जवाब देंहटाएंममतामयी माँ का स्वरुप ऐसा ही होता है खुबसूरत अंकन माँ की छवि का
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी और मासूम रचना...
जवाब देंहटाएंसच, माँ जैसा कोई नहीं है।
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी कविता ... माँ जैसा कोई नहीं ।
जवाब देंहटाएंमाँ सबसे प्यारी होती है...मैं तो माँ की कमी हर दिन महसूस करता हूँ
जवाब देंहटाएंबेहतरीन, सुंदर रचना
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