खबर की दुनिया
खबर की दुनिया में खबर बेचारी
अपनी ही खबर से बेखबर हो गयी है.
टी वी, टी आर पी कि बेदर्द दुनिया
खबर के लिए एक शज़र हो गयी है.
जयाप्रदा तू फिसल कर देख गिरी थी ऐसे,
तेरे लिए ये एक अनफोरगेटेबल मिरर हो गयी है.
सम्वेदनाओं को कैसे तोड़े मरोड़े,
इनके लिए ये ऑब्सेसिव किलर हो गई है.
जड़ों में घोलने को मठ्ठा,ये देखो
किसी के हांथों का स्टरर हो गई है
मर गये देश में स्ट्रगल कर कर के कितने
उनकी खबर भी स्ट्रगलर हो गई है.
न जाए जहाँ सुई, वहां डालने को सूजा
ये दुनिया नयी तत्पर हो गई है.
सबसे पहली खबर हमने ही है दिखाई,
ये बात ही उनका पिलर हो गई है.
किस्से कहानी और गानों की दुनिया,
टी आर पी का समर हो गई है.
विज्ञापनों की लंबी पारी के बाद,
खबर तू बस एक फिलर हो गई है.
खबर की दुनिया में खबर बेचारी,
अपनी ही खबर से बेखबर हो गयी है.