टोटका
न जाने क्यों आजकल
इक अजीब सा डर सताने लगा है
डर सताता है ज़माने की निगाहों का
कहीं हमारी प्यार भरी जिंदगी को
ज़माने की नज़र न लग जाये,
गली मोहल्ले और दादी माँ,
सभी के टोटके अपनाए
पर चैन नहीं आया
सुना है हर टोटके का तोड़ भी होता है....
पर आज मैं
इक बेजोड़, बेतोड़, रामबाण टोटका ले ही आई हूँ.
सुनो ! किसी से कहना मत ...
अब से मैं बनी रहूंगी भ्रष्टाचार
और तुम
पुलिस के ऊँ......चे अफसर.
दुनिया की नज़रों, में सबके सामने.
हम दोनों छत्ती....स
एकांत,अकेले कमरों और पलों में तिर....सठ ..
बोलो, अपने प्यार को ज़माने की जालिम नज़र से
बचाने के लिए क्या मंजूर है तुम्हें ये टोटका.
वाह क्या टोटका है ....बनी रहूंगी वही ....सार्थक रचना आपका आभार
जवाब देंहटाएंछत्तीस और तिरेसठ का टोटका तो बड़ा मज़ेदार और लाभदायक प्रतीत होता है ।
जवाब देंहटाएंtempting लेकिन attempt करने में भी तो डर लगता है ।
एक अलग सी दिलचस्प पोस्ट और रचना ।
बहुत सुन्दर टोटका है यह.
जवाब देंहटाएंबस कोई अन्ना हजारे न आ जाए बीच में.
३६ और ६३ भी खूब रहे .
अच्छा टोटका है... लेकिन इसका भी तोड़ है, अन्ना हजारे!
जवाब देंहटाएंअच्छी कविता, सटीक व्यंग्य!!
बड़ा कारगर है ये आजकल । सच की दिलचस्प प्रस्तुति । धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएंये टोटका तो सच में रामबाण है!
जवाब देंहटाएंटोटके के साथ अच्छा कटाक्ष
जवाब देंहटाएंवो प्यार नही एक खेल हे जो टोटको पर चले ओर जमाने से डरे, अजी हम तो खुल्मा खुला प्यार करते हे...
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना,
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (18-4-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
azeeb itfaak hai sabre paper padhne baithi to wahan bhi isi vshya par charcha rahi ,bahut sundar likha hai
जवाब देंहटाएंहम दोनों छत्ती....स एकांत,अकेले कमरों और पलों में तिर....सठ ..बोलो, अपने प्यार को ज़माने की जालिम नज़र सेबचाने के लिए क्या मंजूर है तुम्हें ये टोटका.
वाह, गुदगुदाती रचना।
जवाब देंहटाएंKitnaa anootha totka soojha hai!
जवाब देंहटाएंहा हा , एकदम मजेदार और डेडली काम्बिनेसन .
जवाब देंहटाएंगंभीर व्यंग्य सहजता से कह दिया गया है.. बढ़िया कविता..
जवाब देंहटाएंउद्देश्य अच्छा है और प्यार के लिए कुछ भी करना चाहिए ! शुभकामनायें !!
जवाब देंहटाएंवाह ! क्या टोटका है...
जवाब देंहटाएंवैसे युद्ध और प्रेम में सब जायज़ है...
भावनाओं की सुन्दर अभिव्यक्ति ...हार्दिक बधाई !
वाह जी
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया |सुना है संत्री मंत्री सब इन्ही टोटको के सहारे जीते है |
Ek dum sahi totka h.... u always impress me wid your out of da box ideas.. simply loved dis one too like ur ol other posts :)
जवाब देंहटाएंaapke totke ko nazar na lage jee......
जवाब देंहटाएंapane oyar ko nazar se bachane ke liye kadam usulo kee kabr par hee uthega ......
aapke totke ko nazar na lage jee......
जवाब देंहटाएंapane oyar ko nazar se bachane ke liye kadam usulo kee kabr par hee uthega ......
करारा कटाक्ष।
जवाब देंहटाएं..छत्तिस..तिरसठ को नौ दो ग्यारह करना पड़ेगा।
आदरणीय रचना दीक्षित जी
जवाब देंहटाएंनमस्कार !
क्या टोटका है सुन्दर अभिव्यक्ति..... सटीक व्यंग्य!!
बढ़िया टोटका ...कारगर साबित होना लाजमी है ..तीखा व्यंग्य
जवाब देंहटाएंसार्थक रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर टोटका है यह
बहुत खूब टोटका है जी हम भी अजमा के देखते हैं |
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना |
बढिया टोटका है । शुभकामनाएँ...
जवाब देंहटाएंवाह... बहुत खूब कहा है आपने ।
जवाब देंहटाएंयह कविता पढ़ते ही खूब हंसी आई और अचानक हंसी रूक गई और काली बदलियों की घटा सी छा गई, मन उदास हो उठा फिर मन क्रोधित हो उठा। यह कैसा टोटका है पहले हंसाता है फिर रोने भी नहीं देता। उलझे हालातों को सुलझे शब्दों में बखूबी पिरोया गया है।
जवाब देंहटाएंअपने प्यार को ज़माने की जालिम नज़र से
जवाब देंहटाएंबचाने के लिए क्या मंजूर है तुम्हें ये टोटका. ...bahut jabardast
वाह ! वाह ! क्या बढिया हल निकाला है बुरी नजरों से बचने का, इसीलिये आजकल कुछ लोग ज्यादा ही फलफूल रहे हैं !
जवाब देंहटाएंसच बात है
जवाब देंहटाएंबस इतनी सी .....
कमाल का टोटका. सुन्दर व्यंग .
जवाब देंहटाएंअच्छा कटाक्ष किया है टोटके के साथ...
जवाब देंहटाएंक्या कमाल का टोटका है...सटीक कटाक्ष ...बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंwaah ! kya baat hai !
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया..ज़बरदस्त टोटका ...... सटीक
जवाब देंहटाएंक्या टोटका है । मानना पडेगा ।
जवाब देंहटाएंउत्तम कविता के माध्यम से एक करारा व्यंग्य
जवाब देंहटाएंव्यंग्य लाजवाब ..
जवाब देंहटाएंwah aaj ke haalat par ek sateek abhivyakti ke sath 36 aur 63 ka sunder prayog.
जवाब देंहटाएंbadhayi.
जी वाकई खूबसूरत टोटका। ऐसी रचनाएं कभी कभी पढने को मिलती हैं।
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छा लगा ये टोटका ... सटीक व्यंग्य........
जवाब देंहटाएंआधुनिक टोटका ... अच्छी लगी रचना ...
जवाब देंहटाएंरचना जी,नमस्कार.
जवाब देंहटाएं"अब से मैं बनी रहूंगी भ्रष्टाचार
और तुम
पुलिस के ऊँ......चे अफसर."
आपके इस टोटके को तो पूरा देश अपनाने को तैयार बैठा है,मगर उस अन्ना जी का क्या करें जो इन सबका तोड़ ढूंडने में लगे हैं.व्यंग्य की मीठी चासनी में डूबी यह रचना अखबार से बनाई आपकी पतंग सा ही प्रभाव छोड़ती है.अत्यंत सामयिक एवं संदेशपरक.
गंभीर wyangy ki sahaj prastuti... सुन्दर...
जवाब देंहटाएंसादर..
सार्थक रचना ..जबरदस्त लिखा है..
जवाब देंहटाएंबेहतरीन, शंका या समाधान। दिलचस्प प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंrachna ji totko ke baare me suna to bahut hai .kahin kahin raste me bhi kai baar dekha hai aur dekhte hi amma ki seekh yaad aa jaati hai raste me kahin kata nibi ,mirch ya fuul pade mile to uanhe langhana mat .
जवाब देंहटाएंlekin jis tarah se aapne iske baare me bayaan kiya hai vah bahut bahut hi achha laga
bahut hi badhai prastuti ke liye bahut bahut
badhai
ponam
जाट देवता की राम-राम,
जवाब देंहटाएंलगे रहो, टोटको में देखे क्या बिगाड लेंगे ये?
vigyani kitne huye , huye na koyi sayan,
जवाब देंहटाएंtotka mantra ka paath kar,paa gaye jag ka gyaan...
bahut accha kaha aapne Rachna ji...
Bin TOTKA sab soona laage...
Totak se hi kismat jaage,...
अनुभूती और अभिव्यक्ति की एक सुन्दर मिशाल
जवाब देंहटाएंtotka bahut achcha hai.....
जवाब देंहटाएंपल में ३६ पल में ६३,ज़बरदस्त टोटका .
जवाब देंहटाएंVery informative post. Thanks for taking the time to share your view with us.
जवाब देंहटाएं