आज दो कवितायेँ बच्चों के लिए
(१)
हँसना
हँसना और हँसाना सीखो
हर पल तुम मुस्काना सीखो.
कली कली से फूल फूल से
खुशबू तुम महकाना सीखो.
इस प्यारी सी धरती को
सूरज सा चमकाना सीखो.
अपनी धरती के दुश्मन को
दुनिया से पार लगाना सीखो.
हँसना और हँसाना सीखो
हर पल तुम मुस्काना सीखो.
(२)
धरती माँ के वीर सिपाही
इतना तो बतला देंगे.
दुश्मन की हो बुरी नज़र
तो उसको पाठ पढ़ा देंगे.
खुशिओं पर जो ग्रहण लगाये
उसको मज़ा चखा देंगे.
हम सुंदर फूल खिला देंगे.
इन फूलों को जो मसलेगा
उसको सही सजा देंगे.
धरती माँ की ताकत को
दुनिया के आगे कर देंगे.
इसको जो ना माने तो
उसको भी सबक सिखा देंगे.
धरती माँ के वीर सिपाही
इतना तो बतला देंगे.
दुश्मन की हो बुरी नज़र
तो उसको पाठ पढ़ा देंगे.
वाह! रचना जी,कमाल की प्रेरक प्रस्तुती है आपकी.पढकर मेरा बाल मन दीक्षित हुआ जी.
जवाब देंहटाएंआभार.
धरती माँ की बगिया में
जवाब देंहटाएंहम सुंदर फूल खिला देंगे.
इन फूलों को जो मसलेगा
उसको सही सजा देंगे.
बच्चों को प्रेरित करता हुआ सुंदर बालगीत।
केवल बच्चों को ही नहीं, हमें भी प्रेरणा मिली।
प्रेरणादायी बाल रचनाएँ .....
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी रचनाएँ हैं दोनों ।
जवाब देंहटाएंदूसरी को पढ़कर तो बड़ों में भी देश भक्ति ज़ज़्बा जग सकता है ।
लेकिन बच्चे तो फिर हंस लेते हैं । बस बड़े ही हँसना भूल गए हैं ।
वाह दोनों ही कविताएं सुंदर हैं.
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी लगी आपकी दोनों कवितायें । बच्चों के लिए ही क्यूँ ये तो हम तथाकथित बड़ों के लिए भी हैं ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी लगी आपकी दोनों कविताएं । सिर्फ बच्चों के लिए ही क्यूँ , ये तो हम तथाकथित बड़ों के लिए भी हैं ।
जवाब देंहटाएंगहरी कवितायें लिखने वाली रचना जी के शिशु गीत पढकर उनके विस्तृत आयाम का पता चलता है!!!
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी कवितायें हैं दोनों!!
दोनों ही बाल कविताएँ सार्थक सन्देश देती हुई ..बहुत अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंप्रसन्न रहना और लग कर कार्य करना, बच्चों को यही सीखना है।
जवाब देंहटाएंदोनो हीबाल कवितायें शानदार्।
जवाब देंहटाएंप्रेरक और सुंदर कविताएँ...चित्र भी बहुत सुन्दर लगाया है,बधाई|
जवाब देंहटाएंदोनों बाल रचनाएं लाजवाब हैं ... बहुत मधुर ...
जवाब देंहटाएंधरती माँ के वीर सिपाही
जवाब देंहटाएंइतना तो बतला देंगे.
दुश्मन की हो बुरी नज़र
तो उसको पाठ पढ़ा देंगे.
अत्यंत सरस प्रेरक गीत....
सादर.
सुन्दर, मासूम, प्यारी और प्रेरणादायक कवितायेँ! बहुत बढ़िया लगा!
जवाब देंहटाएंमेरे नये पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
http://seawave-babli.blogspot.com/
दोनों ही कविताएँ बहुत ही प्यारी हैं
जवाब देंहटाएंअरे वाह ....
जवाब देंहटाएंआज आपका ब्लॉग खोलते ही चेहरे पर मुस्कान आ गयी ! आभार आपका ...इनसे अच्छा कोई नहीं !
बच्चों की तरह ही प्यारी कवितायेँ !
जवाब देंहटाएंप्रेरक रचना सुंदर चित्र सुंदर पोस्ट,...आभार
जवाब देंहटाएंकाव्यान्जलि मे click करे
bachon sa hi saras ho jate to kya baat hoti .....bahut sundar kavy .
जवाब देंहटाएंवाह ....
जवाब देंहटाएंबहुत ही प्यारी कवितायेँ..नन्हे मुन्नों के लिए..
अरे,आप तो बालकविता लिखने में भी माहिर हैं रचना जी.कमाल कर दिया आपने सच में.
जवाब देंहटाएंवाह ...बहुत ही अच्छी प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंdono kavita hi...bejod...bahut badiya
जवाब देंहटाएंपहली बार आप के ब्लॉग पर आना हुआ,प्यारा सा ब्लॉग है आप का,और ये बच्चों पर लिखी रचनाये भी मन को खूब अच्छी लगी ....बधाई रचना जी....
जवाब देंहटाएंBahut,bahut sundar baal geet!
जवाब देंहटाएंबिलकुल बच्चों की भाषा में बच्चों के विषय की कविता, बहुत खूब दीदी।
जवाब देंहटाएंवाह खिली खिली सी कविताओं से मन भी खिल उठा ...
जवाब देंहटाएंप्रेरणादायी बाल कविताएं....
जवाब देंहटाएंसुन्दर,सरस,प्रेरक बाल कवितायें.!
जवाब देंहटाएंआभार !
bahut pyari rachnaye....lekin thoda sa late post hui....14th nov. chala gaya...:) :)
जवाब देंहटाएंबाल कवितायेँ.... जोश से भरी बेहतरीन रचनाओं का आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब! बहुत प्रेरक और सुंदर रचनाएँ...
जवाब देंहटाएंउर्जा भी, उत्साह भी , सुंदर प्रेरक गीत
जवाब देंहटाएंसंग चितेरे चित्रों ने,लिया हृदय को जीत.
बहुत सुन्दर बाल कवितायें ....
जवाब देंहटाएंYou truly outdid yourself today. Great work
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